खुश रहने का मूल मन्त्र ✌
मन मिले जिससे . . . रिश्ता रखो उसी से
जहाँ क़दर नहीं . . . . वहाँ जाना ही नहीं ,
जो सुनता नही. . . . उसे समझाना ही नहीं ,
जो पचता नहीं . . . .वो खाना ही नहीं ,
जो सत्य पर भी रूठे . .उसे मनाना ही नहीं ,
जो नज़रों से गिर जाए . . . उसे उठाना ही नहीं ,
जीवन में तकलीफें आएं . . . घबराना ही नहीं ,
मौसम की तरह जो दोस्त बदले . .उसे कभी बनाना नहीं!
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