इंसानियत_हुई_शर्मसार
सूफी की नगरी से लेकर बाबा मनीराम अखाड़ा के द्वारी तक किसी ने नहीं दिया दो गज जमीन 24 घंटे के कठिन परिश्रम के बाद मो० इमरान को एसडीपीआई के द्वारा किया गया सुपुर्द ए खाक।
उलझनों और विवादों के साथ #कोरोना मृतक मो० इमरान विस्वास को एसडीपीआई नालंदा ने किया दफनाने का काम।
बिहाशरीफ से फ़ैज़ अशरफ की रिपोर्ट_
#बिहार_शरीफ विद्युत विभाग के ठेकेदार #मुहम्मद_इमरान विस्वास जो नादिया #बेस्ट_बंगाल के रहने वाले थे कल शाम 25/7/20 को #पावापुरी_मेडिकल_कॉलेज में कोरोना के कारण मृर्त्यु हो गया,
मित्यूपश्चात जब कफन-दफन करने के लिये_ #सोशल_डेमोक्रेटिक_पार्टी_ऑफ_इंडिया के जांबाज सूफी-संतों की नगरी #बिहार_शरीफ के #बड़ी_दरगाह पहुंचे तब वहां के स्थानीय लोगो ने विरोध करना शुरू कर दिया विरोध इतना जबरदस्त था कि कबर खुदने के बाद भी लोगो ने मुहम्मद इमरान को दफन करने नही दिया और एसडीपीआई की टीम एवं मृत शरीर लिए एम्बुलेंस को वापिस जाना पड़ा,
जिसकी सूचना एसडीपीआई नालंदा के जिला उपाध्यक्ष मुहम्मद मुजाहिद इस्लाम ने बिहार थाना प्रभारी #दीपक कुमार तथा SDPO #इमरान परवेज को दी और कहा कि अब कल सुबह यानी (26/07/2020) किसी दूसरे कब्रिस्तान में दफन करेंगे,
फिर अगले दिन #बाबा_मणिराम_अखाड़ा के समीप भुसट्टा कब्रिस्तान में जब मृतक के साथ पूरी टीम पहुंची तब वहां के कुछ हिन्दू भाइयों ने भी विरोध किया और कबर खुदने के बाद भी जनाजे को दफन नहीं करने दिया फिर जिला प्रसाशन #SP_DSP_SDO_और_CO ने किसी तीसरे जगह की तलाश कर पावापुरी गांव के समीप हरगांमा में की, जब हमारी SDPI की टीम वहाँ दफनाने को पहुंची तब गांव के सैकड़ों #बजरंगदल एवं आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने कब्रिस्तान को घेर लिया और विरोध करने लगे खैर किसी तरह से वहां के स्थानी लोगों ने कहा कि मेरा कब्रिस्तान है कोई रोक नही सकता इसमें हमारा अधिकार है तुम्हारा गांव यहाँ से 500 मीटर दूर है तुमलोग को हमारे निजी मामले में हसतक्षेप नहीं करना चाहिए हमलोग के सहमति से हो रहा है आपलोग चले जाओ तब जाकर वहां किसी तरह मुहम्मद इमरान को दफन किया गया,
👉 सबसे बड़ा सवाल ये है कि इनसब के बीच जिला प्रसाशन की इतनी बड़ी लापरवाही क्यूं ?
अगर जिला प्रसाशन एक्टिव रहती तो दो-दो जगह कब्र खोदने के बाद लौटना नहीं पड़ता आपको बता दें कि दोनों जगह हमारे साथ कोई भी पुलिसकर्मी नही थी जबकि हमने बार-बार कहाँ की बिना प्रसाशनिक सहयोग के दफन करना मुश्किलों से भरा है और जान को खतरा है।आज जो घटना हरगांमा में या बड़ी दरगाह एवं मनीराम अखाड़ा में घटा अगर कोई हादसा हो जाता तो इसका जिम्मेदार कौन होता??
आज हर कोई कोरोना के नाम से डर रहे है अगर किसी को डरना चाहिेए तो #SDPI के योद्धाओं को डरना चाहिए जो अपनी जान की बाजी लगाकर दूसरों को कफ़नाने-दफनाने से लेकर उनके चिता को आग लगाने तक का काम अपनी जान जोखिम में डालकर कर रही है हमारे समाज के लोगो को कोरोना महामारी से मिलकर लड़ना होगा और एक दूसरे का साथ देना होगा।
#एसडीपीआई_ज़िंदाबाद
#एसडीपीआई_नालंदा_बिहार
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